What Does Shiv chaisa Mean?
What Does Shiv chaisa Mean?
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जन्म जन्म के पाप नसावे। अन्त धाम शिवपुर में पावे॥
अर्थ: हे भगवन, देवताओं ने जब भी आपको पुकारा है, तुरंत आपने उनके दुखों का निवारण किया। तारक जैसे राक्षस के उत्पात से परेशान देवताओं ने जब आपकी शरण ली, आपकी गुहार लगाई।
Lord, if the ocean was churned as well as fatal poison emerged, out of one's deep compassion for all, You drank the poison and saved the earth from destruction. Your throat turned blue, Therefore You happen to be called Nilakantha.
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मैना मातु की हवे दुलारी। बाम अंग सोहत छवि न्यारी॥
नित्त नेम कर प्रातः ही, पाठ करौं चालीसा।
पुत्र हीन कर इच्छा कोई। more info निश्चय शिव प्रसाद तेहि होई॥
शंकर हो संकट के नाशन। मंगल कारण विघ्न विनाशन॥
तुरत षडानन आप पठायउ। लवनिमेष महँ मारि गिरायउ॥
जय सविता जय जयति दिवाकर!, सहस्त्रांशु! सप्ताश्व तिमिरहर॥ भानु! पतंग! मरीची! भास्कर!...
कर त्रिशूल सोहत छवि भारी। करत सदा शत्रुन क्षयकारी॥
योगी यति मुनि ध्यान लगावैं। नारद शारद शीश नवावैं॥
तुरत षडानन आप पठायउ। लवनिमेष महँ मारि गिरायउ॥
शिव चालीसा के सरल शब्दों से भगवान शिव को आसानी से प्रसन्न किया जा सकता है।